चश्मा पर कविता, Poem on Goggles in Hindi

Poem on Goggles in Hindi : दोस्तों इस पोस्ट में कुछ चश्मा पर कविता का संग्रह दिया गया हैं. हमें उम्मीद हैं की यह सभी कविता आपको पसंद आएगी. इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें.

चश्मा पर कविता, Poem on Goggles in Hindi

Poem on Goggles in Hindi

1. Hindi Poem on Goggles

चश्मे से बढ़ जाती मेरे
होठों की मुस्कान सुहानी

चश्मा पहन घूमने जाती
बगिया में मैं दौड़ लगाती
बातें करती मस्त हवा से
पेड़ सुनाते मधुर कहानी

बढिया बढिया पोज बनाती
फूलों सी मैं खिल खिल जाती
मेरा चश्मा देखे जब भी
चिढ जाती तितली रानी

जब मैं चश्मा नहीं लगाती
ऊंगली से मैं उसे नचाती
उसका नाच देखकर नन्ही
चिड़ियाँ चीं चीं मुस्काती

2. Short Poem On Goggles In Hindi Language

पापाजी की प्यारी ऐनक
जरा हमें बतलाओ तो
हमको तो गोदी में पापा
कभी कभी बिठलाते हैं
तुम्हें नाक पर चढ़ा हमेशा
पुस्तक में खो जाते हैं
घर से बाहर भी जब जाते
साथ तुम्हें ले जाते हैं
हम तुमको छूना चाहे तो
गुस्सा भी हो जाते हैं
आखिर क्या है तुममे ऐसा
हमको भी समझाओ तो

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