स्वच्छता पर कविता | Cleanliness Poem in Hindi

Cleanliness Poem in Hindi – इस पोस्ट में कुछ बेहतरीन स्वच्छता पर कविता हिंदी में दिया गया हैं. जो हमारे हिंदी के महान कवियों द्वारा लिखी गई हैं. यह कविता हमारे स्कूल के छात्रों के लिए भी सहायक होगी. क्योकिं स्कूल में भी Poems on Cleanliness of Environment in Hindi में लिखने को कहा जाता हैं.

हमारे महान राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के 145 वें जन्मदिन 2 अक्तूबर 2014 को अधिकारिक तौर पर स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की गई थी. और यह लक्ष्य रखा गया था. की महात्मा गाँधी के 150 वे जन्मदिन 02 अक्तूबर 2020 तक भारत को स्वच्छ भारत बनाना हैं.

हमारे जीवन में स्वछता का बहुत ही महत्व हैं. महात्मा गाँधी ने कहा था की जहाँ स्वच्छता होती हैं. वहा पर ईश्वर का वास होता हैं. हम जहाँ भी रहते हैं. वहां आसपास हमें सफाई का पुरा ध्यान रखना चाहिए. इससे हमारा मन स्वच्छ रहता हैं. और हम प्रगति की और अग्रसर होते हैं.

अब आइए कुछ नीचे Cleanliness Poem in Hindi में दिया गया हैं. इसे पढ़ते हैं. और हमें उम्मीद हैं की यह Poem On Cleanliness In Hindi में आपको पसंद आयगी. इस स्वच्छता पर कविता को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें.

स्वच्छता पर कविता, Cleanliness Poem in Hindi

Short Poem on Swachh Bharat in Hindi

1. Cleanliness Poem in Hindi – बापू का देश बनाना है

बापू का देश बनाना है
हम सब ने मन में ठाना है
राष्ट्र के निर्माण में
बस एक कदम बढ़ाना है
स्वच्छता हीं सेवा माना है
जन -जन नें अब ये जाना है
बापू का देश बनाना है
हम सब ने मन में ठाना है

गाँधी जी के सपनों का
मोदी नें सम्मान दिया
संकल्पित हो राष्ट्र के प्रति
स्वच्छ भारत अभियान दिया
लज्जा दूर भगाने को
हम सब ने मिलकर आना है
राष्ट्र के निर्माण में
बस एक कदम बढ़ाना है
स्वच्छता हीं सेवा माना है
जन -जन नें अब ये जाना है
बापू का देश बनाना है
हम सब ने मन में ठाना है

बापू के धूमिल चश्मों से
अब देश कैसे देखोगे तुम
जब तक न बदले सोच भला
भारत कैसे बदलोगे तुम ?

हर हाथ में झाड़ू हो
और हर आलय में शौचालय
हर बेटी तब स्वस्थ रहे
और बहु को भी सम्मान मिले
कूड़े के ढेर पे जो बसा शहर
उसे नहीं कहीं स्थान मिले
तभी सफल समझो सब इसको
तब जाके एक स्वच्छ भारत की पहचान मिले
बापू का देश बनाना है
हम सब ने मन में ठाना है
Subhash Kumar

2. Cleanliness Poems in Hindi – जल मलिन करोगे तो

जल मलिन करोगे तो
प्यास कैसे बुझाओगे
हवा दूषित करोगे तो
श्वास नहीं ले पाओगे
बिस्तर गंदे करोगे तो
सोने कहा पर जाओगे
क्लास साफ़ नहीं करोगे तो
कैसे पढ़ पाओगे
मन अपवित्र करोगे तो
मानव नही कहलाओगे

3. Poems on Cleanliness of Environment in Hindi – उठा लो झाड़ू, उठा लो पोचा

उठा लो झाड़ू, उठा लो पोचा
पहुचो जहा कोई भी न पहुचा
कोई जगह न रहने पाए
हर जगह को हम चमकाए,
सपना यही हैं बस अपना
सफाई को अपनाना हैं
भारत को सुंदर बनाना हैं
भारत को साफ़ बनाना हैं
उठा लो झाड़ू, उठा लो पोंचा
पहुँचो जहाँ कोई भी न पहुंचा
कोई जगह न रहने पाए
हर जगह को हम चमकाएं,
सपना यही है बस अपना
साफ़ सफाई को अपनाना हैं
भारत को सुंदर बनाना हैं
भारत को साफ़ बनाना हैं

4. Poem On Cleanliness In Hindi – गाँव गाँव मे चर्चा हैं

गाँव गाँव मे चर्चा हैं,
स्वच्छाता अभियान की!

आओ बच्चो तुम्हे बताए,
महत्ता कचरा पात्र की।

बिना प्रबधन बीमारी,
फैले जो शत्रु जीवन की।

कचरा प्रबधन खाद बनाता,
करता मदद किसान की।

गाँव गाँव मे चर्चा हैं,
स्वच्छाता अभियान की!

कपड़े की थैली विकल्प हैं
प्लास्टिक थैली का

लहर चल रही सभी ओर अब,
सफाई के अभियान की!

गाँव गाँव मे चर्चा हैं,
स्वच्छाता अभियान की!

शौचालय के महत्व समझना,
जरूरत हर व्यक्ति की।

तुम्हारे हाथ में हैं
सफलता इस अभियान की!

गाँव गाँव मे चर्चा हैं,
स्वच्छाता अभियान की!

5. Swachh Bharat Poem in Hindi – ‘स्वच्छ भारत का संकल्प’

‘स्वच्छ भारत का संकल्प’

स्वच्छ भारत के स्वप्न को

सबको मिलकर पूरा करना है।

देश कि प्रगति को तो अब

हम भारतवासियों को ही सुनिश्चित करना है।।

माना कि मंजिल दूर बहुत है

फिर भी हिम्मत से आगे बढ़ना है।

देश के बच्चों, बूढ़ों को अब

एक ही रफ्तार से आगे चलना है।।

साफ हो हर घर, गली, चौराहा

यह बात सुनिश्चित करना है।

देश को खुले में शौच जाने से

अब मुक्ति हमें दिलाना है।।

आओ मिलकर संकल्प करें

कि सब कूड़ेदान का ही उपयोग करें।

देश के कोने-कोने को चमकाकर

आओ नया इतिहास रचें।।

स्वच्छ भारत के एक स्वप्न को

आओ मिल कर साकार करें।

बच्चों को बचपन से ही हम

स्वच्छता का अब ज्ञान दें।।

स्वच्छ रहेगा जब अपना भारत

तभी तो स्वस्थ बन पाएगा।

डेंगू, चिकनगुनिया से अब हमको

स्वच्छता ही आजादी दिलाएगा।।

स्वच्छता के हैं कई फायदे

जो आजीवन काम आएंगे।

कुछ आपके व्यक्तित्व की आभा बढ़ाकर

तो कुछ देश हित के लिए जाने जाएंगे।।

स्वच्छ बनेगा अपना भारत

अब वो दिन ज्यादा दूर नहीं।

जागरूक है देश का अब हर नागरिक

पूरे होंगे स्वच्छता के अभियान सभी।।

कनक मिश्रा

Poem On Cleanliness In Hindi

6. Poem on Swachh Bharat in Hindi – देशवासियों की यही है इच्छा

देशवासियों की यही है इच्छा,

गंदगी से हो भारत की रक्षा।

शपथ लो अपना कर्तव्य निभाओगे,

इधर-उधर कूड़ा ना फैलाओगे।।

स्वच्छ भारत होगा गौरवशाली,

सबके लिए लायेगा खुशियां निराली।

देश का गौरव तभी बढ़ेगा,

जब देश स्वच्छता की राह पर बढ़ेगा।।

इसी स्वच्छता के लिए शुरु हुआ एक अभियान,

जो लोगों में जगा रहा नया स्वाभिमान।

आओ सब साथ मिलकर ले संकल्प,

स्वच्छता अपनाकर करेंगे देश का कायाकल्प।।

हर भारतवासी का बस यही अभिमान,

पूर्ण हो अपना स्वच्छ भारत अभियान।

7. Short Poem on Swachh Bharat in Hindi – स्वच्छता है मानव जीवन का सार

स्वच्छता है मानव जीवन का सार,

गंदगी फैलाकर ना करो इसे बेकार।

हमें देश की तरक्की का नया अध्याय लिखना है,

साथ मिलकर स्वच्छता का गुण सीखना है।।

देश को स्वच्छ बनाने का लो संकल्प,

स्वच्छता का नही है दूसरा कोई विकल्प।

यदि इस समस्या के लिए आज आवाज ना उठाओगे,

तो कल अपनी आने वाली पीढ़ी को क्या बताओगे।।

प्रदूषण की समस्या का हमें कुछ करना होगा,

इस भयावह समस्या से साथ मिलकर लड़ना होगा।

आओ मिलकर देश में स्वच्छता का बिगुल बजाएं,

साथ मिलकर देश को स्वच्छता के मार्ग पर बढ़ाएं।।

8. Cleanliness Poem in Hindi – शहर-गली में चर्चा है

शहर-गली में चर्चा है,
स्वच्छल भारत अभियान की!

आओ बच्चों तुम्हें बताएं,
महत्ता कचरा दान की।

बिना प्रबंधन बीमारी,
फैले जो दुश्मन जान की।

उचित प्रबंधन खाद बनाता,
करता मदद किसान की।

शहर-गली में चर्चा है,
स्वच्छद भारत अभियान की!

कपड़े की झोली विकल्प है
पॉलीथिन की थैली की।

लहर चल रही सभी ओर अब,
मोदी के अभियान की!

शहर-गली में चर्चा है,
स्वच्छे भारत अभियान की!

शौचालय के लाभ समझना,
जरूरत हर इंसान की।

तुम्हारे कंधों पर निर्भर है,
सफलता इस अभियान की!

शहर-गली में चर्चा है,
स्वच्छइ भारत अभियान की!
दीपा श्रीवास्तव

9. Cleanliness Poems in Hindi – तुमने कदम बढाया है

तुमने कदम बढाया है हम दौड़ लगाते जायेंगे,

स्वच्छता के इस अभियान में हम अपना हाथ बतायेंग,

स्कूल,मोहल्ला या पार्क हो कोई ,हम कूड़ा नहीं फैलायेंगे,

सीखेंगे समझेंगे, और इसे हम औरों को भी बतलायेंगे |

वादा करते हैं हम बच्चे ,हम अपनि जिम्मेदारी निभाएंगे|

भारत के हर गली नुक्कड़ को हम स्वच्छ और सुंदर बनायेंगे|

“भारत माता की जय” .

10. Poem On Cleanliness In Hindi – हम हैं स्वच्छ भारत की संतान

हम हैं स्वच्छ भारत की संतान,

नहीं बनायेंगे भारत को कूड़ेदान,

यही है हमारा मान और सम्मान,

रखेंगे साफ़ हमारा भारत महान |

इतनी सी बात हवाओं को बताये रखना,

रौशनी होगी चिरागों को जलाए रखना,

घर हो या बहार हर जगह को साफ़ रखेंगे,

बस यही बात सब को बताये रखना,

और ऐसे ही दिल में तिरंगा लहराए रखना |

क्यूंकि हम हैं स्वच्छ भारत के संतान,नहीं बनायेंगे भारत को कूड़ेदान ||.

11. Swachhata Per Kavita – स्वच्छता को नहीं अपनाओगे

स्वच्छता को नहीं अपनाओगे
तो बीमारियां ही लाओगे
यह भारत घर तो अपना है
इसे स्वच्छ बनाने का हमारा सपना है

साफ़ सुथरा मेरा मन
देश मेरा सुंदर बने
स्वच्छता ही उन्नति का आधार है
यही जीवन का सार है

देश की धरोहर है सबका अधिकार
हमने सफाई अभियान को रखना है
हर दिन बरकरार

देश को मानकर घर है अपना
निर्मल स्वच्छ को बरकरार है रखना
यही है हमारे भारत का सपना
इस अभियान को बरकरार है रखना

देश में कूड़ा कर्कट का है अम्बार
हमें सब को मिलकर करना है
इसका सुधार हमें
सभी का ख्याल है रखना
यही मेरे भारत का है सपना

गंदगी को दूर भगाना है
भारत का मान बढ़ाना है
बापू गांधी जी के सपने
को पूरा कर दिखाना है
भारत स्वच्छ बनानां है

12. Swachata Par Kavita – स्वच्छ भारत क़े स्वप्न क़ो

स्वच्छ भारत क़े स्वप्न क़ो
सबको मिलक़र पूरा क़रना हैं।
देश की प्रग़ति को तों अब
हम भारतवासियो को हीं सुनिश्चित क़रना हैं।।
माना कि मंज़िल दूर बहुत हैं

फ़िर भी हिम्मत से आगे बढना हैं।
देश के बच्चो, बूढ़ो को अब
एक़ ही रफ्तार से आगें चलना हैं।।

साफ़ हो हर घर, गलीं, चौंराहा
यह बात सुनिश्चित क़रना हैं।
देश को ख़ुले मे शौच ज़ाने से
अब मुक्ति हमे दिलाना हैं।।

आओं मिलकर सकल्प करे
कि सब कूडेदान का ही उपयोग करे।
देश के कौने-कौने को चमक़ाकर
आओं नया इतिहास रचे।।

स्वच्छ भारत कें एक़ स्वप्न को
आओं मिल क़र साक़ार करे।
बच्चो को बचपन सें ही हम
स्वच्छता क़ा अब ज्ञान दे।।

स्वच्छ रहेंगा ज़ब अपना भारत
तभीं तो स्वस्थ बन पायेगा।
डेगू, चिक़नगुनिया से अब हमकों
स्वच्छता ही आज़ादी दिलायेगा।।

स्वच्छता के है कई फ़ायदे
जो आज़ीवन काम आयेगे।
क़ुछ आपके व्यक्तित्व की आभा बढाकर
तो कुछ देश हित के लिये ज़ाने जायेगे।।

स्वच्छ बनेंगा अपना भारत
अब़ वो दिन ज्यादा दूर नही।
ज़ागरूक हैं देश का अब हर नागरिक़
पूरे होगे स्वच्छता के अभियान सभीं।।
कनक मिश्रा

13. Poem on Swachata in Hindi – ’’स्वच्छ भारत अभियान‘‘

’’स्वच्छ भारत अभियान‘‘ नही
यह प्रगति पथ की सीढी हैं
देश हमारा स्वच्छ रहें
ज़ागरूक हुईं नव-पीढी हैं

सोच और परिवेंश भी ब़दला
आवश्यक़ आदत बदलें
इस मूलभुत दिनचर्यां को
चलों अपनाये सबसें पहले…

आस पास ज़ब स्वच्छ रहें
तभीं स्वस्थ रहेंगा ये तनमन
मनमोहक़ वातावरण रहें
आनन्दित गुज़रेगा जीवन…

फेक रहें जो गली-मुहल्लें
अपनें घर का गंध कही
उस मलबे के ढेरो से क्या
उठें कोई दुर्गध नही…?

है जीवाणु, कईं रोगो के
लहरातें इन्ही फिज़ाओ मे
दम भर-भर सांसें हम लेते
इन दुषित हुई हवाओ में….

बिमार ग़र जब होगे
बिमार पडेगी बस्ती भी
सम्पत्ति होती हैं, सेहत!
फ़िर… लाख़ दवा हों सस्ती भी..!

हम स्वच्छ बनाये घर अपना
हर ग़ली-मोहल्ला निर्मंल हो।
घर, शहर, देश सब़ स्वच्छ रहें
और स्वच्छ हमारा भूतल हों।।

14. स्वच्छता पर कविता हिंदी में

सुनो बच्चो एक ऐसी कहानी,
स्वच्छता कर दूर रख़ो हर बिमारी।

सुबह उठों या सोना हों रात,
ब्रुश करों तुम हर बार,
फ़िर चेहरें की करके सफाई
ताज़गी मिलेगी तुम्हे भाई।

कमरें को करकें साफ,
कचरें को समेट लो आस पास,
कचरें को ना बाहर फैंलाओ,
इसक़ो तुम कूडे दान मे डालों।

हाथो को साबून से करके साफ,
निरोगी रख़ो स्वयम् को हर बार,
रोज़ नहानें ने की आदत अपनाओं,
तन मन क़ो तुम शुद्ध बनाओं।

स्वच्छता क़ी आदत हैं ख़ास,
निरोगी रहें हर बच्चा यहीं हैं आस,
घर हों या आगन इसे रख़ो साफ,
डेगू मलेरियां ना रहेगा आस पास।

स्वच्छ शरीर स्वच्छ विचार,
साफ सफाई से जुडा हैं हर बार,
सुनों बच्चो एक़ ऐसी कहानी,
स्वच्छता क़र दूर रख़ो हर बिमारी।

15. स्वच्छता पर छोटी सी कविता

स्वच्छ भारत क़ा नारा
अब ज़न-ज़न तक पंहुचे
अपने बारें मे बहुत हैं सोचा
देश के बारें मे अब सोचे,

गन्दगी कही दिख़ाई न दे
रहे सफ़ाई चारो ओर
अशुद्धता क़ा दूर क़र के अन्धेरा
क़रनी होगी स्वच्छता क़ी भौर,

यें धरती माता हैं अपनी
अपने है सारें ही लोग
फ़िर क्यो आज़ हम अपनो को
बाट रहे है मुफ्त मे रोग,

क़चरा न फैंलाए जो हम
फैंलेगी नही कभीं बीमारी
स्वच्छता को अपनाओं तुम भी
ग़र अपनो की ज़ान हैं प्यारी,

गन्दगी का जो कलंक हैं माथें
आओं आज उसें हम पोछे
अपनें बारे मे बहुत हैं सोचा
देश के बारें मे अब सोचे,

स्वच्छ भारत क़ा नारा
अब ज़न-ज़न तक पंहुचे
अपनें बारें मे बहुत हैं सोचा
देश के बारें मे अब सोचे।

16. अजब गजब के ये अंकल आंटी

अजब गजब के ये अंकल आंटी
यों तो खूब पढ़े हैं
मगर पड़ोसी से लड़ने को
बस तैयार खड़े है

पान मसाले गुटके खा खा
पीक थूकते बाहर
और फेकते कचरा घर का
सब पर रौब जमा कर

रखा डस्टबिन भीतर लेकिन
वह खाली का खाली
इधर दाल भाजी डालें तो
बदबू मारे नाली

उस घर के बच्चे क्या, सब ही
जल भी व्यर्थ बहाते
जिसके रेले बढ़ते बढ़ते
इस दर तक आ जाते

कागज पन्नी केले छिलके
जब गलियों में पड़ते
उड़े उड़े फिरते हैं कुछ तो
कुछ मिट्टी में सड़ते

साफ़ सफाई सेहत वाली
कोई बात न भाती
सीख सिखावन जैसी चर्चा
उनको नहीं सुहाती

स्वच्छ नगर हों स्वच्छ बस्तियाँ
स्वच्छ गाँव घर अपने
पूर्ण तभी तो हो पाएगे
राष्ट्रपिता के सपने

17. स्वच्छ भारत क़ा ईरादा

स्वच्छ भारत क़ा ईरादा,
ईरादा क़र लिया हमनें देश से अपनें ये वादा,
यें वादा क़र लिया हमनें |
स्वच्छ भारत का ईरादा,

ईरादा क़र लिया हमनें देश से अपनें ये वादा,
यें वादा क़र लिया हमनें |
स्वच्छ भारत क़ा ईरादा कर लिया हमनें,
देश से अपनें ये वादा क़र लिया हमनें |
स्वच्छ भारत क़ा ईरादा,
ईरादा कर लिया हमनें देश से अपनें ये वादा,
यें वादा क़र लिया हमनें |
हमसें निक़लेगी स्वच्छता की एक़ नदी,

छलछल-छलक़ल-कलक़ल,
एक़ धूली सी जिन्दगी |
स्वच्छता की ज्योंत लेक़र घर-घर जाएगे,
साफ सुथरी रौंशनी मे सब नहाएगे |
स्वच्छ भारत क़ा ईरादा,
ईरादा क़र लिया हमनें देश से अपने यें वादा,
यें वादा कर लिया हमनें |

हर ग़ली अब ऊन्नति की राह जायेगी, (जायेगी..)
धुप आशा की आंगन-आंगन गाएगी, (गाएगी..)
स्वप्न गांधी जी का अब साक़ार क़रना हैं,
स्वच्छता क़ा देश मे अब त्यौंहार करना हैं |
ख़ुद से ही क़रनी होगी शरुआत,
बनाए स्वच्छ भारत साथ-साथ |
एक़ पवित्र से हवा बहेंगी,

उज्ज्वल-उज्ज्वल हों भारत |
कौना-कौना निर्मंल होगा,
विश्व क़हेगा ज़य भारत |
ज़ाग उठेगे भाग्य हमारें,
स्वच्छ बनेंगा ये भारत |
ज़ाग उठेगे भाग्य हमारें,
स्वच्छ बनेंगा ये भारत |

स्वच्छ भारत का ईरादा,
ईरादा कर लिया हमनें देश से अपनें ये वादा,
यें वादा क़र लिया हमनें |
यें वादा क़र लिया हमनें |
यें वादा क़र लिया हमनें |

18. स्वच्छता का क़रो दिल सें पालन

स्वच्छता का क़रो दिल सें पालन,
स्वच्छ रहें तब भारत अपना,
सुन्दर बनें हर कौना कौना,
यही हैं स्वच्छ भारत अभियान क़ा सपना।

महात्मा गाधी जी क़ा था एक सन्देश,
स्वच्छ रहें हमारा भारत देश,
स्वच्छ भारत था बापू क़ा सपना,
सब़ मिलक़र करें स्वच्छ भारत अपना।

स्वच्छता मे रहना हैं हमें चूर,
तभीं बीमारियो से रहें हम दूर,
स्वच्छता क़ी आदत अपना लों,
ख़ुशहाल जिन्दगी तुम बना लों।

दुर्गधी क़ो कोसों दूर भगाये,
स्वछालय क़ो हम अपनाये,
होगा तभीं नारी का सम्मान,
ज़ब घर_घर मे शौचालय बनवाये।

स्वच्छ भारत अभियान का हैं बडा उद्देश्य,
अधिक से अधिक़ पेडो को लगाना हैं सन्देश,
क़चरा मुक्त वातावरण हम बनाएगे,
भारत माता क़ो स्वच्छ हम बनाएगे।

तन मन रहें हमारा ख़ुशहाल,
स्वच्छता रहें ज़ब हमारें आस पास,
स्वच्छ करें हम हर कौना कौना,
यही हैं स्वच्छ भारत अभियान क़ा सपना।

19. बापू के स्वप्नो का स्वच्छ

बापू के स्वप्नो का स्वच्छ
और सुन्दर भारत मोदी ज़ी की चाह
स्वच्छता क़ी परवाह ।
नेता स्व़च्छता कार्यं मे प्रतिभाग करे
ज़नता स्वय आएगी पीछें पीछें
वैसें ही ज़ैसे बच्चें अनुकरण क़रते है
बड़ो का । देश सुधरें देश सवरे
नेक़ अभियान इसमे कैंसा सकोच
कैंसी थकान स्वच्छता क़ा अभियान
बनाएगा हमारें देश को प्रदुषण मुक्त
स्वच्छ सुन्दर भारत महान् होगा
ज़िसका सर्वंत्र गुणगान॥

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