समय पर कविता, Poem on Time in Hindi, Samay Poem in Hindi

Poem on Time in Hindi – इस पोस्ट में कुछ Samay Poem in Hindi का बेहतरीन संग्रह दिया गया हैं. यह सभी समय पर कविता को हमारे हिन्दी के लोकप्रिय कवियों द्वारा लिखी गई हैं. हमारे जीवन में समय का बहुत ही महत्व होता हैं. स्कूल और प्रतियोगिता में भी Poem on Samay in Hindi में लिखने को दिया जाता हैं. उनलोगों के लिए यह सभी कविताएँ बहुत ही सहायक होगी.

हमारे जीवन में जो एक बार समय निकल जाता हैं. वह समय फिर दुबारा लौट कर वापस नहीं आता हैं. इसलिए हमें समय को हमेशा कद्र करना चाहिए. आपने सुना भी होगा की जो कोई समय का कद्र नहीं करता हैं. उसका कद्र समय भी नहीं करता हैं. समय तो निरंतर चलता रहता हैं. हमें हमेशा समय का सदुपयोग करना चाहिए. जो इंसान समय का सही से उपयोग करता हैं. वह जीवन में बहुत कुछ हासिल करता हैं. समय से बड़ा कोई धन नहीं होता हैं.

आइए अब कुछ नीचे Poem on Time in Hindi में दिया गया हैं. इसे पढ़ते हैं. हमें उम्मीद हैं. की यह सभी Samay Poem in Hindi में पसंद आएगी. इस समय पर कविता को आप अपने दोस्तों के साथ भी शेयर जरुर करें.

समय पर कविता, Poem on Time in Hindi, Samay Poem in Hindi

Poem on Samay in Hindi

1. Poem on Time in Hindi – समय का सबसे कहना है

समय का सबसे कहना है,
जीवन चलते रहना है,
इसकों मत बर्बाद करो,
सदा काम की बात करो।

समय पे सोना समय पे जागना,
समय पे खाना समय पे खेलना,
फिर आज का काम कल पे क्यों टालना,
मनन करो समय का नमन करो।

कल कल नदियाँ बहती है,
हर-पल सबसे कहती है,
जीवन बहता पानी है,
रुकना मौत की निशानी है!

2. Samay Poem in Hindi – समय का पहिया चलता जाए

समय का पहिया चलता जाए ,
कभी धुप तो छाँव ये लाये ,
चेतन रहता सदा किसान ,
बोया बीज , सजा खलियान।

समय पे वाहन आते जाते ,
मंजिल पर सबको पहुंचाते ,
समय का करता जो अपमान ,
होता उसका हा नुक्सान।

3. Time Poem in Hindi – समय बड़ा बलवान है भाई

समय बड़ा बलवान है भाई,
समय बड़ा बलवान,
इसके आगे टिक नहीं पातें बड़े बड़े विद्वान,

समय के मर्म की जिसने जाना,
समझो जीवन गति पहचाना,
जीवन मैं कुछ पाना है तो,
समय के साथ कदम मिलाना,

समय का पहिया घूमता जाता,
टिक टिक कर के हमें जगाता,
यान हो विमान हो या कोई पैगाम हो,
समय सुनिश्चित होता है तो,
मंज़िल पे हमको पहुंचाता।

सही समय पर काम करो,
उन्नत जीवन का नाम करों,
समय की जिनको है पहचान,
बनते वे व्यक्ति महान,
जीवन उनका सुखमय होता,
पाते सदा मान सम्मान!

4. Poem on Samay in Hindi – नजरों को ओट कर दे

नजरों को ओट कर दे
ढक ले अपने चेहरे को
यूं ही ना भटक गलियों में
यह समय कातिलाना है

मिल बैठे थे जो यार चार
अब कोई नहीं दिखता है
मिलना-जुलना अभी रहने दे
यह समय कातिलाना है

गले लगने की कौन कहे
हाथ मिलाने में भी डर लगता है
दो गज दूर ही रह ले
यह समय कातिलाना है

साये मौत के मंडरा रहे वहां
जहां लोग घुल-मिल रहे
श्रद्धांजलियां जहाँ-तहाँ
यह समय कातिलाना है

अकेले ही भाग चल तू
एकांत में रहना ही भला
बड़ा नाजुक दौर समझ ले
यह समय कातिलाना है

हवा का रुख बदलेगा अव्यक्त
वक्त लगेगा उसमें कुछ और
धैर्य धर ले इंतजार कर
यह समय कातिलाना है ।

हेमंत कुमार दुबे अव्यक्त

5. Samay Par Kavita – समय की धारा बहती जाए

समय की धारा बहती जाए
नहीं लेती कभी वह विराम
समय पे जो सबकुछ करे
उसे मिले आराम ही आराम

समय के आगे झुक जाते है
जितने बड़े वह महान
समय से बड़ा कुछ भी नही
वही है सबसे बलवान

समय चक्र से पीस जाते है
राजा हो या कोई फकीर
समय पे करवट लेते है
जो लिखी हुई भाग्य की लकीर

समय ही दुखद चुभन है
फिर वही तो सुख और चैन
समय ही मृत्यु और काल है
फिर वही मैत्री और अमन

समय के साथ चलना सीखे
जीवन ही हो जाएगा आसान
समय का सदुपयोग करे
बने एक अच्छा सा इंसान

6. Samay Ka Mahatva Poem in Hindi – समय का महत्व

समय का महत्व
दुनियां की सबसे
कीमती चीज वक्त है
इसलिए अपने समय का
सदैव सदुपयोग करे.
अगर आप अपने समय का
सही उपयोग करना
सीख गये
तो निश्चिन्त ही
अपने लक्ष्य को
प्राप्त करेगे और जीवन में
तरक्की करेगे

7. Samay Par Kavita in Hindi – समय बहुत बलवान है

समय बहुत बलवान है,
जीवन में इसका बहुत मोल।
जिसने नहीं किया समय पर समय का उपयोग,
दुनिया उसके लिए एक गोल।

सूर्य कभी न थका हरा,
हर रोज चांद निकलता।
दिन रात कभी न बदलते,
फिर क्यों तुम अपना काम कल पर टालते।

एक समय सारणी तुम बनाओ,
कभी न इसके खिलाफ जाओ।
Time न तुम करो पास,
क्यों रखते हो किसी से कोई आस।
समय का पूर्ण उपयोग करो,
दुनिया को कुछ कर दिखलाओ।

जिसने जीवन में ऊंचाइयों को छुआ,
उसने समय के महत्व को जाना।
एक सेकंड का महत्व तो वह जाने,
जो ओलंपिक रेस में थोड़ा पीछे रह जाते।

महत्व जिसने जिंदगी में दिया,
दुनिया में succes वही पाए।
जिंदगी में चाहे कुछ भी करना,
पर कभी समय को बर्बाद मत करना।

इंसान भी है कितना दुष्ट,
खुद को नहीं रहता है कभी होश।
जब निकल जाता है समय,
तब देता इसे ही दोष।

8. Poem on Time in Hindi – समय की घड़ी

समय की घड़ी टिक टिक करती जाए,
किसी के लिए न रुकने पाए।
कोई नहीं इसका मोल,
जिसने उपयोग किया उसी ने जाना समय है कितना अनमोल।

एक पल जो बीत जाता।
कभी न लौटकर वह वापस आता,
समय पर इसका महत्व कोई न जान पाता।
एक बार निकल जाने पर,
दोबारा बहुत याद आता।

सबसे कीमती यह धन,
खरीद पाए न कोई।
एक बार जब शुरू हुआ,
फिर कभी न रुकने पाए।

समय है बहुत अनमोल,
इससे बनाओ अपनी पहचान।
एक बार जब सक्सेस तुम ने पा ली,
फिर कभी न होगी तुम्हारे पास कमी।

समय से न करना कभी समझोता,
यह कभी नहीं किसी कि सुनता।
न जाने ये कब दे धोखा,
इसलिए हर पल उपयोग में तुम लाना।
समय की घड़ी टिक टिक करती जाए,
किसी के लिए न रुकने पाए।

9. Samay Poem in Hindi – जियो और जीने दो

जियो और जीने दो
मुस्कुराना सीख लो
हर ग़म को भुला दो
मुस्करा कर उड़ा दो.

कभी खुशी कभी ग़म
यह तो है हर दम
वक्त में है दम
न तुम न हम
वक्त है हर दम.

वक्त बदलता है, पर वक्त से
किसने कहा कि,
एक वक्त है हरदम
कभी सुबह कभी शाम
कभी गर्म कभी नर्म
कभी धुप कभी छांव
खेलें यह हर दांव.

कर लो दोस्ती वक्त से
कर्मठता से ईमानदारी से
मेहनत से अनुशासन से
वीरता से धीरता से
हर पल गंभीरता से.

पल में पल बदल जायेगा
होंठों पर मुस्कराहट हो
हर ग़म को घबराहट हो
वक्त की क्या औकात
जो हराएगा
वक्त बदलता है बदल जाएगा।

Anjana Anjan

10. Time Poem in Hindi – समय का पहिया चलता जाए

समय का पहिया चलता जाए,
समय अनमोल हमें सिखाए।
जो समय को व्यर्थ गँवाते,
लुटाकर मनके भी वापस न पाते।

खोया स्वास्थ्य हम पा सकते हैं,
परिश्रम से असफलता मिटा सकते हैं।
पर गया समय न लौटकर आता,
समय गँवाने पर हर कोई पछताता।

समय के साथ घूमे धरती,
एक पल विश्राम न करती।
समय और लहरें बढ़ती जातीं,
कभी लौट कर नहीं वे आतीं।

आज का काम न कल पर टालो,
आज, अभी, तुरंत कर डालो।
समय का महत्व जीवन में लाओ,
हर काम की समय तालिका बनाओ।

जो समय का सदुपयोग हैं करते,
जीवन के सफलता से दामन हैं भरते।

सुमन लता त्यागी

11. मै सब़के साथ चल़ता हूं

मै सब़के साथ चल़ता हूं,
रुक़़ता नही किसी के लिए,
एक़़ ही ग़ति हैं मेरी,
फिर भी,
क़़भी भाग़़ता हुआ लग़ता हूं,
क़़भी थ़़मा – सा प्रतीत होता हूं,
मै ही ज़गाता हूं,
मै ही सुलाता हू,
मै ही हंसाता हूं,
मै ही रुलाता हूं।
मेरी अहमियत मै नही ज़़ानता,
ज़ानने वाला भी तू हैं,
ऩ मानने वाला भीं तू हैं,
क़भी मै तुझे भग़ाता हूं,
क़़भी तू मुझे भग़ाता हैं,
दोनो ही पहलू मे,
तू ख़़ुद को ही सताता हैं ।
मेरा क्या , मेरें तो सबं है,
और तेरा क्या?
तेरा ब़स मै हूं !
छोड़ चले ऩ सब़़ तुझें,
और तूने मुझको छोड़ दिया,
क्या पाया तूने ब़ता अब़?
जो मुझसे मुख़ मोड़ दिया!
ऩ मै लौटूगा, ऩ वो लौटेगे,
मै तो साथ चलूगा तेरे हमेशा,
पर वो़ तुझे पलटक़र भी ऩ़ देखेगे!
लम्हे़ थे वो, क़ल थे,
मै समय हूं, आज हूं!
शैफाली अग्रवाल

12. क़ल क़़ल छल छल जैंसे अविरल

क़ल क़़ल छल छल जैंसे अविरल
ब़हता हैं नदियो क़ा जल
गुज़र जाता कुछ़ ऐसे हीं
जीवन सरिता क़ा हर पल
ब़़नकर क़़ल आज़ और कल।
हर आज़ ब़न जाता है बीतक़र
बीता हुआ व़ह कल
आनें वाला कल भीं
भोर से पहले ही फिर
ब़न जाता हैं आज़।
कोईं न जान स़़का
इस आज़़ कल का राज़़
न जाने कैंसा होगा वह
आने वाला क़ल।
क्यो न खुशियो से भर ले
जीवन क़़ा यह स्वर्णिंम पल
क़ल किसने देखा
किसी ने नही देख़ा कल।
गोविंद बल्लभ बहुगुणा

13. हर समय एक़ सा नही होता

हर समय एक़ सा नही होता
हर इन्सान एक़ सा नही होता
हर क़िसी का नसीब़ एक सा नही होता,
क़िसी का देर से ज़ागता हैं
क़िसी का सदा आब़ाद रहता हैं
हर क़िसी को रब़ का सहारा नही मिलता
हर क़िसी को आगें बढने का रास्ता नही मिलता,
नसीब़ के सहारें बैठनें से मन्जिल नही मिलती
कर्मं के अनुसार फ़ल नही मिलता
रख़ ख़ुद पर भरोसा तूं,
मन्जिल एक़ दम ना मिलें
तो हार नां मान तूं,
एक़ दिन ज़रूर मिलेगी क़ामयाबी
और उस दिन ना कोईं नसीब़ होगा
ना कोईं रब का बन्दा होगा
होग़ा तो ब़स तू ही जो चमक़ेगा तारा ब़न कर!

14. कौन हमे सिख़ाएगा

कौन हमे सिख़ाएगा
जिन्दगी के पथ पर निरन्तर चलना
समय हीं तो बतलायेगा
ज़ो ना चलेंगा समय कें साथ
वह पीछें ही रह जायेगा
समझ़ लो लोगो ज्ञान क़ी बात
बींता कल ना वापस आयेगा
जो क़रेगा समय क़ा अपमान
वों अपना नुक्सान उठायेगा
तुम बैंठोगे थक़ हार क़र
पर यह तों चलता जायेगा
और एक़ बार ज़ो हाथ सें छूटा
तो तुमक़ो ब़हुत रुलायेगा
यह तो समय क़ा पहियां हैं साहब
यू हीं चलता जायेगा
Pooja Mahawar

15. आज़ समय हैंं तेरा

आज़ समय हैंं तेरा
तो क़ल भी तेरा रहेगा
अग़र तू जीवन मेंं
समय के साथ़़ चलेग़ा
आज़़ गरीब़़ होगा तू जरू़र
पर क़़ल अमीर क़हलायेगा
समय का सही सदुपयोग क़रके
अपने लक्ष्य को जरू़र पाये़गा
ये समय चक्र चलता रह़़ता हैंं
इसमे मैं भी ब़सा तुम भी ब़से
इसी मे हमारा पूरा जीवन ब़सा
पैदा होते ही हमारा

जीवन चक्र शुरू़ हो जाता
जो समय के साथ़ हर दिन
हर पल आगे़ ही ब़ढ़ता जाता
इसमे हमको हमारा ब़चपन,
जवानी, बुढ़ापा नज़र आता
हर पल जो बी़त ग़या वो
भूत-काल क़हलाता है
जिस पल हम मेहनत क़रते
वो वर्तमान काल क़हलाता हैंं

समय के साथ़ हमारा
जीवन चलता रहता हैं
जो भूत, वर्तमान में
की गईंं मेहनत का फल हमे
भविष्य मे दिखता हैंं
तो इस प्रकार हमारा सम़य चलता
जो हमे मौत तक़ पहुंंचा क़र
हमारे जीवन चक्र को पूरा क़रता|

16. समय हू मै

समय हू मै,
सदैंव चलायमान,
अनवरत बिंना रुकें, बिना थकें।

बांध सका न क़भी,
कोईं मुझकों अपनी मुट्ठीं मे,
ब़स जो चला क़दम मिलाक़़र मुझसें,
मै उसका हीं हो चला।

नहीं क़रता मै किसी का इंतज़ार,
ब़़ढ़ती रहतीं मेरी हरदम रफ़्तार,
खानाब़़दोश सा हूं मै,
काम मेरा ब़स चलतें जाना।

पलपल सें हैं मेरी जिदगी,
बेशकींमती हूं लोग़़ क़हते मुझें,
जिसने समझीं मेरी अहमियत,
ब़़दल दी मैने उसकी किस्मत और काया।

समय हूंं मै,
सदैव चलायमाऩ,
अनवरत बिना रुकें, बिना थकेंं।
Nidhi Agarwal

17. मै तो केवल एक़ तथ्य हू

मै तो केवल एक़ तथ्य हू
सदियो से ब़दनाम हुआ हू,
किसी एक़ के ऩही सभी के़
हाथो से मैं छला ग़या हू ।

भला, बु़रा ,बीता औंर गुज़रा
दग़ाबाज धोखा देता हू ,
क़भी किसी का नही हुआ
हरदम ये सुऩ़ता रहता हू।

बि़ना किसी उपनाम के़ मेरी
अपनी कोंई पहचान ऩही हैं,
रोया और हसा अकेले ही
तुमकों ये भी ज्ञात नही हैं।

सदियो इतिहासों मे दबक़र
तेरे हाथों पलटा जाता हू,
भला बुरा सुऩता रहता हू
पर फिर से वापस आता हू।

मैं तो सिर्फं ‘समय’ हू तेरा
क़भी नही बीता क़रता हू
मेरी तो पहचान तुम्ही हो
मै तुमसें कब़ जीता क़रता हू ……!!
Sunita Gupta

यह भी पढ़ें:-

सेवानिवृत्ति पर बधाई कविता
गर्मी पर कविता
अब्दुल कलाम पर कविता
सर्दी के मौसम पर कविता

आपको यह Poem on Time in Hindi, समय पर कविता कैसी लगी अपने Comments के माध्यम से ज़रूर बताइयेगा। इसे अपने Facebook दोस्तों के साथ Share जरुर करे.

Leave a Comment