लंच बॉक्स पर कविता, Poem on Lunch Box in Hindi

Poem on Lunch Box in Hindi : दोस्तों इस पोस्ट में कुछ बेहतरीन और लोकप्रिय लंच बॉक्स पर कविता का संग्रह दिया गया हैं. छात्र जीवन में लंच बॉक्स, पानी बोतल और स्कूल बेग स्कूल के सफ़र के साथी बन जाते हैं. लंच बॉक्स को अधार मानकर हमारे कई हिंदी के कवियों ने इस पर कविता की रचना की हैं.

अब आइए नीचे कुछ Lunch Box Poem in Hindi में दिए गए हैं. इसे पढ़ते हैं. हमें उम्मीद हैं की यह सभी लंच बॉक्स पर कविता आपको पसंद आएगी. इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें.

लंच बॉक्स पर कविता

Poem on Lunch Box in Hindi

1. लंच बॉक्स

मम्मी, छोडो लाड-दुलार,
लन्च बोक्स क़रदो तैंयार।
सब्ज़ी खूब मसालेंदार,
गर्म पूरियां पूरी चार।

पापड हो ज़ाता बेक़ार,
रख़ दो चटनीं और आचार।
क्यो देती केला हर ब़ार,
मम्मी, रख़ना आज़ अनार।
बालस्वरूप राही

2. मम्मी

मम्मी अब तो दया करो
रूप लंच का नया करो

देख देख कर चढ़े बुखार
रोज पराँठे और अचार
टीचर जी भी कहती हैं
पड़ जाओगे तुम बीमार

कोई इंग्लिश डिश रख दो
कुछ काजू किशमिश रख दो
इडली, डोसा, भेल, पूरी
थोड़ी सी गुड़ विश रख दो
“कृष्णा कुमारी”

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