नाव पर कविता, Poem On Boat in Hindi

Poem On Boat in Hindi : दोस्तों इस पोस्ट में कुछ नाव पर कविता का संग्रह दिया गया हैं. हमें उम्मीद हैं. की यह सभी कविता आपको पसंद आएगी. इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें.

नाव पर कविता, Poem On Boat in Hindi

Poem On Boat in Hindi

1. नाव पर कविता

ढेरों बोझा और सवारी
नदी पार ले जाती नाव
गहरी नदिया जब इठलाए
सबका मन दहलाती नाव

हम तो डुबकी खा जाते हैं
क्यों रहती उतराती नाव
नाविक भैया जल्दी चलना
दूर बहुत है मेरा गाँव

चलो मनाएँ हम सब पिकनिक
ले करके एक छोटी नाव
वरखा रानी सबसे पूछें
कहाँ गई कागज की नाव
कौशल पांडेय

2. Poem On Boat in Hindi

बहती जाती नाव
कहाँ नाव के पाँव
कोई जान सके ना
देखो उसका बहना

नहीं नाव के पाँव
वह पानी पर चलती
चलती और मचलती
बिन पांवों की नाव
चलती जाती बहती
बड़ी दूर के गाँव
जहाँ पेड़ की छाँव

3. Hindi Poem On Boat

जल्दी-जल्दी दौड़े आओ

रंग-बिरंगे कागज लाओ

सुंदर-सी एक नाव बनाकर

मिल-जुलकर उसको तैराओ

खूब तेज चलती नाव

कभी न थकती नाव

आगे-आगे बढ़ती जाती

पार हमें ले जाती नाव

4. Short Poem On Boat In Hindi Language

कागज की ये नाव है, नाव बहुत रंगीन,
लहरों पर इठला रही, लगती बड़ी हसीन।

लगती बड़ी हसीन, तैरती हौले हौले,
कागज बहुत महीन, नाव खाती हिचकोले।

महारथी उद्धार कि क्षमता गुरु पद रज की,
भव सागर से पार, नाव बेशक कागज की।।

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