बाल दिवस पर कविता | Poem on Children’s day in Hindi

Bal Diwas Par Kavita – इस पोस्ट में आपको कुछ बेहतरीन बाल दिवस पर कविता का संग्रह दिया गया हैं. यह Poem on Children’s day in Hindi में हमारे लोकप्रिय कवियों दुवारा लिखी गई हैं.

भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जिन्हें हम चाचा नेहरू भी कहते हैं. इनके जन्मदिन पर ही बालदिवस मनाया जाता हैं. नेहरूजी को बच्चों से बहुत ही लगाव था. इसलिए जब उनका निधन 1963 में हुआ था. उसके बाद 1964 से उनके जन्मदिन 14 नवम्बर को बालदिवस के रूप में मनाया जाने लगा.

Children’s Day के दिन स्कूलों में बच्चों के लिए अनेक प्रकार की प्रतियोगिता आयोजित की जाती हैं. जैसे – खेल – कूद, निबंध लेखन, कविता लेखन इत्यादि. यह दिन बाल अधिकारों के लिए समर्पित दिन होता हैं.

दोस्तों बच्चें देश का भविष्य होते हैं. इसलिए इनपर हमें इनके बेहतर भविष्य के लिए ध्यान देना चाहिए. बच्चों की शिक्षा अच्छी तरह से हो यह हमारी जिम्मेदारी बनती हैं. बच्चों का शोषण नहीं हो इसके लिए कानून बनाया गया हैं. जिसमे पकड़े जाने पर सजा का भी प्रवधान हैं. इसके वावजूद दिन प्रति दिन बाल श्रमिक की संख्या बढती जा रही हैं.

दोस्तों आइए अब कुछ निचे Bal Diwas Par Kavita दी गई हैं. इसे पढ़ते हैं. हमें उम्मीद हैं की यह सभी Poem on Children’s day in Hindi में पसंद आयगी. इस बाल दिवस पर कविता को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें.

बाल दिवस पर कविता, Poem on Children’s day in Hindi

Bal Diwas Par Kavita

1. Bal Diwas Par Kavita – बचपन है ऐसा खजाना

बचपन है ऐसा खजाना
आता है ना दोबारा
मुस्किल है इसको भूल पाना
वो खेलना कूदना और खाना
मौज मस्ती में बखलाना
वो माँ की ममता और वो पापा का दुलार
भुलाये ना भूले वह सावन की फुवार
मुस्किल है इन सभी को भूलना
वह कागज की नाव बनाना
वो बारिश में खुद को भीगना
वो झूले झुलना और और खुद ही मुस्कुराना
वो यारो की यारी में सब भूल जाना
और डंडे से गिल्ली को मरना
वो अपने होमवर्क से जी चुराना
और टीचर के पूछने पर तरह तरह के बहाने बनाना
बहुत मुस्किल है इनको भूलना…

वो एग्जाम में रट्टा लगाना
उसके बाद रिजल्ट के डर से बहुत घबराना
वो दोस्तों के साथ साइकिल चलाना
वो छोटी छोटी बातो पर रूठ जाना
बहुत मुस्किल है इनको भुलाना…

वो माँ का प्यार से मनाना
वो पापा के साथ घुमने के लिए जाना
और जाकर पिज्जा और बर्गेर खाना
याद आता है वह सब जबान
बचपन है ऐसा खजाना
मुस्किल है इसको भूलना…

2. Poem on Children’s day in Hindi – बाल-दिवस है आज साथियों

बाल-दिवस है आज साथियों, आओ खेले खेल,
जगह-जगह पर मची हुई खुशियों की रेलमरेल.

बरसगांठ चाचा नेहरू की फिर आई है आज,
उन जैसे नेता पर सारे भारत को है नाज.

वह दिल से भोले थे इतने, जितने हम नादान,
बूढ़े होने पर भी मन से वे थे सदा जवान.

हम उनसे सीखे मुस्काना, सारें संकट झेल,
बाल-दिवस है आज साथियों, आओ खेले खेल.

हम सब मिलकर क्यों न रचाएं ऐसा सुख संसार,
भाई-भाई जहां सभी हो, रहे छलकता प्यार,
नही घृणा हो किसी ह्रदय में, नही द्वेष का वास,
आँखों में आँसू न कहीं हो, हो अधरों पर हास,
झगड़े नही परस्पर कोई, हो आपस में मेल,
बाल-दिवस है आज साथियों, आओ खेले खेल.

पड़े जरूरत अगर, पहन ले हम वीरों का वेश,
प्राणों से भी बढ़कर प्यारा हमको रहे स्वदेश,
मातृभूमि की आजादी हित हो जाएं बलिदान,
मिट्टी से मिलकर भी माँ की रक्खे ऊँची शान.

दुश्मन के दिल को दहला दे, डाल नाक-नकेल,
बाल-दिवस है आज साथियों, आओ खेले खेल…

3. बाल दिवस पर कवि – चाचा नेहरु के जन्मदिन पर

चाचा नेहरु के जन्मदिन पर,
बाल दिवस है मनाया जाता
बाल दिवस लाता है खुशियों का त्यौहार
इसमें बच्चे पाते है बहुत ढेर सारा प्यार
नेहरु चाचा करते से हम बच्चो से प्यार
क्योकि बच्चो का दिन होता है पूरी तरह से साफ़
चाचा नेहरु का था सिर्फ एक ही सपना
पढने में आगे हो अपने देश का हर एक बच्चा बच्चा
क्योकि भारत के बच्चे है फ्यूचर इस देश के
एजुकेशन से होता कल्याण इनका
बाल दिवस के मौके पर सभी बच्चे को ये वादा है निभाना
चाचा नेहरु के सपने को सच करके है दिखाना…

4. Bal Diwas Poem in Hindi – चाचा नेहरु ने देखे थे

चाचा नेहरु ने देखे थे,
नव भारत के सपने,
सपने पूरे कर सकते थे,
उनके बच्चे अपने.

ऐसी शिक्षा हमें आपसे
ऐसी शिक्षा हमें आपसे
मिली यही सौभाग्य हमारा
मरकर भी हो गया अमर जो
चाचा नेहरू सबका प्यारा

शालाओं में भी होते हैं,
नये नये आयोजन,
जिन्हें देख आनंदित होते,
हम बच्चों के तन मन.

Poem on Children's day in Hindi

5. Children Day Par Kavita – नेहरू चाचा तुम्हें सलाम

नेहरू चाचा तुम्हें सलाम।
अमन-शांति का दे पैगाम॥

जग को जंग से बचाया।
हम बच्चों को भी मनाया॥

जन्मदिवस बच्चों के नाम।
नेहरू चाचा तुम्हें सलाम॥

देश को दी हैं योजनाएं।
लोहा और इस्पात बनाए॥

बांध बने बिजली निकाली।
नहरों से खेतों में हरियाली॥

प्रगति का दिया इनाम।
नेहरू चाचा तुम्हें प्रणाम॥

6. Bal Diwas Poems Hindi – इस दिन हम सब बच्चें मिलकर

इस दिन हम सब बच्चें मिलकर,
गीत ख़ुशी के गाते.

चाचा नेहरु के चरणों में,
श्रद्धा सुमन चढ़ाते.

बाल दिवस के इस अवसर पर,
एक शपथ यह खाओ.

ऊँच नीच का भेद भूला कर,
सबको गले लगाओ.

जिस दिन लाल जवाहर ने था,
जन्म जगत में पाया।

उसका जन्मदिवस भारत में
बाल दिवस कहलाया।।

7. Bal Diwas Par Kavita – बच्चों के प्याारे थे चाचा नेहरू

बच्चों के प्याारे थे चाचा नेहरू
सबसे न्याकरे थे चाचा नेहरू
अलाहबाद में जन्मेा थे
और इंग्लैण्डज में पढ़े थे
देश की आजादी खातिर
कई दफा जेल गए थे
अपने हुनर के बलबूते वो
देश के पहले प्रधानमंत्री बने थे
बापू गांधी के प्याेरे थे चाचा नेहरू
पंचवर्षीय योजना दी चाचा ने
नई राह नई चेतना दी चाचा ने
जब प्रथम प्रधानमंत्री बने थे चाचा नेहरू
चाचा जी का सपना था
जब वे पंचतत्वन में लीन हो जाए
उनकी चिंता से राख उठाए
उसको भारत के खेतों में डालें
और कुछ को गंगा में बहाएं
ऐसा करने से वो
भारत की मिट्‌टी में मिल जाएं
सच में बहुत न्या‌रे थे चाचा नेहरू
बच्चों के प्यामरे थे चाचा नेहरू

8. Poem on Children’s day in Hindi – भूले नहीं आज भी वो दिन

भूले नहीं आज भी वो दिन,

जब रोज सुबह स्कूल जाया करते थे।

कैसे बीत गया वो समय,

जब हम भी बच्चे कहलाते थे।

न थी घर कि चिंता,

न दुनिया से हम डरते थे।

कितने अच्छे थे वो दिन,

जब रोज दोस्तों से हम मिलते थे।

स्कूल पहुंच कर हम यारों संग,

खूब ऊधम मचाते थे।

लेकिन जब हो पढ़ने कि बारी,

तो अव्वल नंबर भी लाया करते थे।

होम-वर्क करना किसे पसंद था,

उससे सब जी चुराया करते थे।

पकड़ लिया टीचर ने अगर,

तो सब पेट दर्द का बहाना ही करते थे।

कितनी सच्चाई होती बच्चों में,

न होती छल-कपट किसी के मन में।

वो उनकी मासूमियत ही थी जो,

चाचा नेहरू को भी अपने से लगते थे।

14 नवम्बर को जन्मे थे नेहरू,

पर उन्होंने एक ऐलान किया।

कि हर वर्ष मनाया जाएगा बाल दिवस,

और 14 नवम्बर को बच्चों के नाम किया।

बच्चों संग था उनका स्नेह अधिक,

जो सब चाचा नेहरू उन्हें बुलाते थे।

और इस तरह तब से लेकर हम,

हर वर्ष बाल दिवस मनाते हैं।

Kanak Mishra

9. बाल दिवस पर कविता – चाचा नेहरु प्यारे थे

चाचा नेहरु प्यारे थे,
भारत माता के राजदुलारे थे!,
देश के पहले पधानमंत्री थे,
स्वतंत्रता के सैनानी थे!
अचकन में फूल लगाते थे,
हमेशा ही मुस्काते थे!
बच्चो से प्यार जताते थे!
चाचा नेहरु प्यारे थे!
देश विदेश यह घूमते थे,
बहुत सारी जानकारी प्राप्त करते थे,
फिर भी अपने देश से यह प्यार करते थे!
चाचा नेहरु राजकुमारे थे!
बच्चे इनको सदा प्यार से,
चाचा नेहरू कहते।
चाचाजी इन बच्चों के बीच,
बच्चे बनकर रहते है॥
एक गुलाब ही सब पुष्पों में,
इनको लगता प्यारा।
भारत मां का लाल यह,
सबसे ही था न्यारा॥
सारे जग को पाठ पढ़ाया,
शांति और अमन का।
भारत मां का मान बढ़ाया,
था यह ऐसा लाल चमन का॥
बाल दिवस की कविता|

10. Bal Diwas Poem in Hindi – कितनी प्यारी दुनिया इनकी

कितनी प्यारी दुनिया इनकी,
कितनी मृदु मुस्कान।
बच्चों के मन में बसते हैं,
सदा, स्वयं भगवान।

एक बार नेहरू चाचा ने,
बच्चों को दुलराया।
किलकारी भर हंसा जोर से,
जैसे हाथ उठाया।

नेहरूजी भी उसी तरह,
बच्चे-सा बन करके।
रहे खिलाते बड़ी देर तक
जैसे खुद खो करके।

बच्चों में दिखता भारत का,
उज्ज्वल स्वर्ण विहान।
बच्चे मन में बसते हैं,
सदा स्वयं भगवान।

बच्चे यदि संस्कार पा गए,
देश सबल यह होगा।
बच्चों की प्रश्नावलियों से,
हर सवाल हल होगा।

बच्चे गा सकते हैं जग में,
अपना गौरव गान।
बच्चे के मन में बसते हैं,
सदा स्वयं भगवान।

कार्तिकेय अमर

11. Children Day Par Kavita – राष्ट्रवाटिका के पुष्पों में

राष्ट्रवाटिका के पुष्पों में,
एक जवाहरलाल।
जन्म लिया जिस दिन लाल ने,
दिवस कहाया बाल॥

बच्चे इनको सदा प्यार से,
चाचा नेहरू कहते।
चाचाजी इन बच्चों के बीच,
बच्चे बनकर रहते॥

एक गुलाब ही सब पुष्पों में,
इनको लगता प्यारा।
भारत मां का लाल यह,
सबसे ही था न्यारा॥

सारे जग को पाठ पढ़ाया,
शांति और अमन का।
भारत मां का मान बढ़ाया,
था यह ऐसा लाल चमन का॥

12. Bal Diwas Poems Hindi – आता हैं हर वर्ष ये दिन

आता हैं हर वर्ष ये दिन
झूमे नाचे बच्चे संग-संग
देते चाचा नेहरु को श्रद्धांजलि हम
थे यह देश के पहले प्रधानमंत्री
करते थे बच्चों से प्यार
हर जयंती पर होता बच्चो का सत्कार
कच्ची मिट्टी हैं बच्चो का आकार
सच्चे साँचे में ढले यही हैं दरकार
ना हो अन्याय से भरा इनका जीवन
प्रतिज्ञा करो न करोगे बाल शोषण
नन्ही सी कलि हैं ये
भारत का खिलता कमल हैं ये
बाल दिवस पर हैं इन्हें सिखाना
जीवन अनमोल हैं यूँही ना गँवाना
देश के भविष्य हो तुम
शक्तिशाली युग की ताकत हो तुम
” जय हिन्द जय भारत “

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