बदलने पर शायरी, Badalna Shayari in Hindi

Badalna Shayari in Hindi : दोस्तों इस पोस्ट में कुछ बेहतरीन और लोकप्रिय बदलने पर शायरी का संग्रह दिया गया हैं. इस दुनिया में आज कल कब कौन अपना रंग बदल देगा कुछ पता नहीं चलता हैं.

अब आइए यहाँ पर कुछ Badalna Shayari in Hindi में दी गई हैं. इसको पढते हैं. हमें उम्मीद हैं की यह सभी बदलने पर शायरी आपको पसंद आएगी. इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें.

Badalna Shayari in Hindi

बदलने पर शायरी, Badalna Shayari in Hindi

(1) बदल जाया करते हैं वो अक्सर
वक्त के साथ
जो अपने वक्त को बदलने का
हुनर नहीं जानते

(2) बदला नहीं लूँगा बस बदल जाऊंगा मैं,
किसी को गिराऊंगा नहीं बस खुद संभल जाऊंगा मैं।

(3) काम है लोगों का चेहरे बार-बार बदलना,
ये राहें बड़ी मुश्किल है दोस्त थोड़ा संभल कर चलना।

(4) बेहतर होता की तुम बदलते ही नहीं,
या फिर इससे बेहतर ये होता की तुम साथ चलते ही नहीं।

(5) कभी कभी पूछते हैं खुद से हम क्यों ऐसे रह गए,
जवाब मिलता है क्यूंकि सब बदल गए और हम पहले जैसे रह गए।

(6) बदल कर क्या खूब बदला लिया तूने,
कोई किसी का नहीं होता आखिर बतला दिया तूने।

(7) अब बदलने वाले को तो यूँ ही बदलना था,
मुझे खुद में ढालकर अब उसे किसी और में ढालना था।

(8) हाल ये नहीं होता अगर साथ छोड़ दोगे बता देते हमे चलने से पहले,
हमेशा ऐसे नहीं रहोगे अगर बता देते हमे बदलने से पहले।

अपनो को बदलने पर शायरी

(9) अंदाज़ तेरा वादा कर के मुकर जाने का,
बन गई वजह मेरे दिल से उतर जाने का।

(10) जिसने कभी हाँ में हाँ मिलाई थी आज वो साथ देने से मुकर गया,
जिसे कभी सर पर बैठाया था हमने आज वो नज़रों से उतर गया।

(11) हम तो वही है क्या हालात कुछ और है,
अब बात करने का मन नहीं करता या फिर बात कुछ और है।

(12) ये बदलाव अचानक आने की वजह क्या है,
ये बेरुखी बहुत बड़ी सजा है मुझे बता मेरी खता क्या है।

(13) बदल जाना कोई बड़ी बात नहीं इंसान के लिए,
बस क़ीमत अच्छी लगनी चाहिए उसके ईमान के लिए।

(14) शुरुवाती दौर में किसी के ज़मीर पर दाग नहीं मिलता,
इंसान तब बदलता है जब उसे इन्साफ नहीं मिलता।

(15) ही तो नहीं बेवजह बदले हो तुम,
ज़रूर कोई और मिल गया है तुम्हे हमारे बदले।

(16) सलीके बदल गए मिज़ाज बदल गए,
जो कल तक अच्छे थे वो आज बदल गए।

(17) पहले देखते नहीं थकते थे जो अब नज़रअंदाज़ करने लगे हैं,
कभी हम पर मरने वाले अब किसी और पर मरने लगे हैं।

(18) हमने बदल लिए खुद को जिनके लिए पूरी तरह से,
वो रिश्ता अधूरा छोड़ चले गए अब।

(19) अचानक जो तुम्हार अंदर से बदलाव नज़र आ रहा है सनम,
ये मेरी नज़र खराब हो गई है या तुम्हे किसी की नज़र लग गई है।

(20) सनम बदला हूँ मैं तेरी वजह से,
दुश्मनी बेहतर है तेरी वफ़ा से।

बदलने पर शायरी

(21) अब क्या लूँ बदले उन्हें जो बदल गए,
मेरे लिए यही बेहतर है की मैं भी पहले की तरह।

(22) कुछ हमारे संग तो कुछ हमारे बिन बदल गए,
कुछ के दिल बदल गए तो कुछ के दिन बदल गए।

(23) कुछ इस क़दर बदल जाऊंगा मैं,
देखना भी चाहोगे तो भी नहीं नज़र आऊंगा मैं।

(24) रास्ते बदले हैं मंज़िल एक ही है,
तरीके बदले है तुझे पाने के लिए इरादे नेक ही है।

(25) जान छिड़कते थे जब तक जेब में पैसे थे,
तुम्हे हालातों ने बदला है या तुम पहले से ऐसे थे।

(26) मौसम था बदल गया,
वक़्त था पलट गया,
ठोकर खाई संभल गया।

(27) खुद से ही सँभालने के लिए,
हालातों के हाथों मजबूर था मैं बदलने के लिए।

(28) बदले तुम थे हम नहीं,
छोड़ कर तुम गए पर तुम्हारी यादें और ये गम नहीं।

(29) काश मुझे भी इन झूठे रंगों में ढलना आ जाता,
कई रिश्ते टूटने से बच जाते अगर हमे भी चेहरा बदलना आ जाता।

(30) ये इम्तेहान ज़िन्दगी का है यहाँ सवाल गहरे है,
कोई सीधे मुँह नहीं मिलता यहाँ सभी के चेहरों पर चेहरे हैं।

Waqt ke Sath Badalna Shayari in Hindi

(31) आओ मिल कर ज़िन्दगी के कुछ उसूल बदल देते हैं,
थोड़ा तुम चलकर नज़दीक आओ थोड़ा हम चल देते हैं।

(32) दूर जाने वाले आज नहीं तो कल चल ही जाएंगे,
कितनी भी कोशिश कर लो रिश्ता बरकरार रखने की बदलने वाले बदल ही जाएंगे।

(33) मिलकर देखा है हमने भी हर एक से,
जानता हूँ वक़्त के साथ नहीं रहते लोग एक से।

(34) जब चाहे आ जाना हमारे शहर में मौसम सुहाना ही होगा,
जब मर्ज़ी मिल लेना हम बदलते नहीं अंदाज़ पुराना ही होगा।

(35) अब अच्छा लग रहा है जो बदल रहा हूँ,
जब से अकल आई है अकेला चल रहा हूँ।

(36) तेरे जाने के बाद अब आलम यूँ है,
की पहले वक़्त मिलता नहीं था अब गुज़रता नहीं है।

(37) काश की तुम बदलते ही नहीं,
या काश हम पीछे तुम्हारे चलते ही नहीं।

(38) ढंग बदल गए अंदाज़ बदल गए,
मतलब क्या पूरे हुए इंसान बदल गए।

(39) गिरगिट तो यूँ ही बदनाम है,
रंग बदलना तो इंसानों का काम है।

(40) अँधेरी ज़िन्दगी जैसे रात हो कोई,
वो बदले जैसे मौसम हो कोई हमारी आँखें बरसी जैसे बरसात हो कोई।

(41) उससे धोखा खाकर लोगों से , एतबार उठ गया मेरा !
जब वो बदल सकता है तो ,कोई भी बदल सकता है !!

(42) अभी तो हम बदले है साहब
” बदले ” तो अभी बाकी हैं …

(43) ऐ खुदा …
तुझसे एक सवाल है मेरा …
उसके चेहरे क्यूँ नहीं बदलते ??
जो इंसान ”बदल” जाते है …. !!

(44) तकदीर को जब
बदलना है बदल जायेगी
फिलहाल तो लगा हुआ हुँ
आदत बदलने में…..

(45) आज कल बदल गए हैं रिश्ते भी
मौसमी जायको की तरह
जिम्मेदारी के बोझ तले बस
अब खाली मकान रह गया है

(46) जो हमसे दूर हो जाते हैं
वो फिर लौट कर कहां आया करते हैं
सुना है दिल-ए-मेहमान अक्सर यूं ही
मौसम की तरह बदल जाया करते हैं

(47) मेरी हर राह पर ए खुदा बस
तू अपनी नज़र रखना
बदले चाहे हज़ार रंग जमाना
पर तू कभी नहीं बदलना

(48) जाने क्यों मन आज अजनबी लहरों
के साथ बदलता चला गया
चुपचाप रहने की आदत थी इसको अक्सर
जाने क्यों फिर से वक्त को देख
करवट बदलता चला गया

(49) आखिर बदल ही गए वो रिश्ते भी आज जाने क्यों
जो कभी साथ निभाने का दावा किया करते थे

(50) वो उलझ गए हैं आज कुछ
बेपनाह शिकायतों में
जो कभी मेरी एक हंसी के खातिर
खुद को बदल लिया करते थे

(51) गलती मत करना किसी को कमजोर
समझने की
क्योकि तक़दीर बदलने में वक्त
नहीं लगता।

(52) कौन चाहता हे जनाब बदलना
लोग यहां पर मजबूर कर देते हे
बदलने के लिए।

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