यूनिक शायरी, Unique Shayari in Hindi

Unique Shayari in Hindi – आपको इस पोस्ट में कुछ यूनिक शायरी का संग्रह दिया गया हैं. यह सभी यूनिक शायरी बहुत ही फेमस हैं. जिसे लोग बहुत ही पसंद करते हैं.

अब आइये यहाँ पर कुछ नीचे Unique Shayari in Hindi में दिए गए हैं. इसे पढ़ते हैं. हमें उम्मीद हैं की यह सभी Unique Hindi Shayari आपको पसंद आयगी. इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरुर शेयर करें.

यूनिक शायरी, Unique Shayari in Hindi

Unique Shayari in Hindi

(1) किसी के दिल में क्या है काश ये बात भी जानी जा सकती,
काश शक्ल देख कर नस्ल पहचानी जा सकती।

(2) राज़ जो भी हो दिल में दबा कर चला करो,
गैरों से ज्यादा अपनों से दूरी बना कर चला करो।

(3) पाऊँ जले हैं क्यूंकि चूल्हों पर चले है,
फ़क़्र है इस बात का की ताउम्र उसूलों पर चले हैं।

(4) मेरी ज़िन्दगी की किताब दिखने में खूबसूरत है बहुत
मगर हर पन्ने पर इसके बस दर्द लिखा है।

(5) अपनी जुबां से मत चीखो जनाब यहाँ सिर्फ
पैसा बोलता है और पैसो की ही आवाज़ सुनी जाती है।

(6) सिर्फ साँसों का नाम ज़िन्दगी नहीं होता,
हर सांस लेने वाला शख्स ज़िंदा नहीं होता।

(7) जब ज़िंदा है तो कोई ज़िकर नहीं
जब चला जाऊँगा तो सभी को याद आऊंगा मैं।

(8) तैरता हुआ नज़र नहीं आता कोई सब गम में डूबे हुए हैं,
मनाता हुआ नज़र नहीं आता कोई यहाँ सभी सभी से रूठे हुए हैं।

(9) ऐसी शक्शियत बनो को लोग खुद आ कर मिलें,
मुस्कराहट ऐसी हो की लोग भी मुस्कुराकर मिले।

(10) जो कुछ कहने लायक ना हो उसी से सवाल पूछते हैं,
अक्सर बेहाल से आकर ही लोग उसका हाल पूछते हैं।

Shayari Unique

(11) शिकवे भी है ज़िन्दगी कुछ शिकायत भी है,
जो कुछ भी हो मगर ज़िन्दगी तुझसे चाहत भी है।

(12) उस दिन लोग नज़दीक ज्यादा और दूर कम होंगे,
जब हम घमंडी हो जाएंगे मगर मशहूर होंगे।

(13) चाहे सभी की बात मान लो मगर सभी को खुश नहीं किया जा सकता,
ज़िन्दगी में कुछ भी किया जा सकता है मगर सब कुछ नहीं किया जा सकता।

(14) मौत लो याद कर कर के ज़िन्दगी भुला दी है मैंने,
किसी भी पल लेने आती ही होगी मौत बुला दी है मैंने।

(15) ज़माना सोचता है सारे ज़माने के बारे में,
खुद की जीत को भूल चुके है सब सोचते है दूसरो को हारने के बारे में।

(16) सुकून ढूंढती हुई ज़िन्दगी जब दौलत के क़रीब निकली,
मालूम हुआ वहां पहुह्कर उसे की इस दफा भी क़िस्मत बदनसीब निकली।

(17) ज़िन्दगी के सफर में जिधर भी गया,
ऐसी ठोकरें लगीं के बिखर ही गया।

(18) ये जो इतनी आवाज़ कर रहे हैं इनका खामोशी से हिसाब करूंगा,
ना किसी से उम्मीद रखूंगा ना किसी का लिहाज़ करूंगा।

(19) तूने तब साथ दिया जब सब साथ थे,
जब कोई साथ नहीं था मेरे बस रब साथ थे।

(20) ज़िन्दगी तेरे कितने चेहरे है एक बारी में ही दिखा दे मुझे,
अगर सबक सिखाने को ही मिली है तो एक ही बारी में सीखा दे मुझे।

Unique Hindi Shayari

(21) ज़िन्दगी कब जुदा हो जाए क्या पता,
गूंजती आवाजें कब बेज़ुबान हो जाए क्या पता।

(22) तुमसे दूर हो कर ही खुद के नज़दीक आया मैं,
अब लगता है जहाँ भी आया बिलकुल ठीक आया मैं।

(23) ज़िन्दगी चली जाएगी जब एक दिन अकेला छोड़ कर,
आएगी मौत भी लेने तुझे ऐसे किसी मोड़ पर।

(24) जिस्म की हकीकत क्या है राख ही तो है,
ज़िन्दगी आखिर क्या है एक ख़्वाब ही तो है।

(25) ज़िद अगर ज़िंदा रहे तो ख़्वाबों के मरने का सवाल ही नहीं उठता,
इंसान भले रुक जाता है जनाब ज़िंदगी का एक पल भी नहीं रुकता।

(26) सोचा नहीं था निकलने से पहले राहों में इतने सांप होंगे,
साफ़ हवा तो है नहीं दिल क्या ख़ाक होंगे।

(27) मुस्कुराना भुला देना भूल है इसे याद रखना,
आंसूं भले लाख आ जाए आँखों में मुस्कराहट साथ रखना।

(28) जब तक प्यास बुझ ना जाए दोस्त पीना मत छोड़ना,
मुश्किल भले लाख आएं मगर मरने से पहले जीना मत छोड़ना।

(29) कुछ रास्ते साफ़ होंगे और कुछ पर बेइन्तेहाँ गन्दगी होगी,
सफर पर निकलने से पहले ही जान लेना कुछ ऐसी ही ज़िन्दगी होगी।

(30) मुझे अब कोई मिलता है नहीं,
क्यूंकि मैं अब किसी को ढूंढता ही नहीं।

यूनिक शायरी

(31) हरकते थोड़ी गलत है मेरी पर ख्याल मेरे उल-जुलूल नहीं,
तोड़कर उसे जाना मैंने मेरी चाहत थी खुशबू वो फूल नहीं।

(32) किसी के कहने पर चलने वाले किरायदार होते है,
अपनी मंज़िल तो वो बनाते हैं जो अपने रास्ते खुद चुनते हैं।

(33) खूबसूरत मैं नहीं ये तुम्हारा इश्क़ है…
जो नूर बनकर मेरी आँखों से छलकता है…|

(34) तू यकीन करें या ना करें…
तेरे साथ से मैं सवर गई…
तेरे इश्क के जूनून मे……
मैं सारी हदों से गुजर गई

(35) ज़ब खामोश आँखों से बात होती है,
ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है,
तुम्हारे ही खयालो में खोये रहते है,
पता नहीं कब दिन कब रात होती है.

(36) चले गये है दूर कुछ पल के लिए,
मगर करीब है हर पल के लिए,
कैसे भुलायेंगे आपको एक पल के लिए,
जब हो चुका है प्यार उम्र भर के लिए.

(37) ऐसा नहीं था की दिल में तेरी तस्वीर नहीं थी,
बस इतना समझ लो की
हाथो में तेरे नाम की लकीर नहीं थी….

(38) वो वक़्त वो लम्हे कुछ अजीब होंगे,
दुनिया में हम खुश नसीब होंगे,
दूर से जब इतना याद करते है आपको,
क्या होगा जब आप हमारे करीब होंगे!

(39) कागज पे तो अदालत चलती है,
हमने तो तेरी आँखों के फैसले मंजूर किये….

(40) फिर न सिमटेगी मोहब्बत जो बिखर जायेगी,
ज़िंदगी ज़ुल्फ़ नहीं जो फिर संवर जायेगी,
थाम लो हाथ उसका जो प्यार करे तुमसे,
ये ज़िंदगी ठहरेगी नहीं जो गुज़र जायेगी।

Unique Shayari in Hindi

(41) मैंने कहा था मुझे अपने दिल में रहने दो.
क्योकि बेघर बच्चा आवारा हो जाता है..

(42) क्या बात है,
बड़े चुपचाप से बैठे हो
कोई बात दिल पे लगी है
या दिल कही लगा बैठे हो…

(43) बहुत मुश्किल से करता हूँ,
तेरी यादों का कारोबार,
मुनाफा कम है,
पर गुज़ारा हो ही जाता है…

(44) ऐ हवा उनको कर दे खबर मेरी मौत की… और कहेना,
के कफ़न की ख्वाहिश में मेरी लाश
उनके आँचल का इंतज़ार करती है……….

(45) अपनी मुस्कुराहट को जरा काबू में रखिये,
दिल-ए-नादान कही इस पे शहीद ना हो जाये…

(46) तुमने समझा ही नहीं और ना समझना चाहा,
हम चाहते ही क्या थे तुमसे “तुम्हारे सिवा”

(47) ना वो सपना देखो जो टूट जाये,
ना वो हाथ थामो जो छुट जाये,
मत आने दो किसी को करीब इतना,
कि उससे दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये

(48) पलक से पानी गिरा है,
तो उसको गिरने दो
कोई पुरानी तमन्ना,
पिंघल रही होगी!!

(49) ख़ूबसूरती ना चेहरे में होती है ना लिबास में,
निगाहे जिसे चाहे उसे हसीन कर दे

(50) वो छोड़ के गए हमें,
न जाने उनकी क्या मजबूरी थी,
खुदा ने कहा इसमें उनका कोई कसूर नहीं,
ये कहानी तो मैंने लिखी ही अधूरी थी..

(51) कुछ सोचू तो तेरा ख्याल आ जाता है
कुछ बोलूं तो तेरा नाम आ जाता है,
कब तक छुपाऊ दिल की बात
उसकी हर अदा पर मुझे प्यार आ जाता है

(52) कैसे बदल दूं मैं फितरत ये अपनी,
मुझे तुम्हें सोचते रहने की आदत सी हो गई है..!!

(53) कभी बादल,कभी बारिश,कभी उम्मीद के झरने,
तेरे अहसास ने छू कर मुझे क्या-क्या बना डाला।

(54) हौसले के तरकश में,
कोशिश का वो तीर ज़िंदा रखो,
हार जाओ चाहे जिन्दगी मे सब कुछ,
मगर फिर से जीतने की उम्मीद ज़िंदा रखो।

(55) उम्मीद की कश्ती को डुबाया नहीं करते,
साहिल अगर दूर हो तो रोया नहीं करते,
जो रखते हैं दिल में हौसला,
वो जिन्दगी में कुछ खोया नहीं करते ।

(56) अब वफा की उम्मीद भी किस से करे भला,
मिटटी के बने लोग कागजो मे बिक जाते है।

(57) उसकी प्यारी मुस्कान होश उड़ा देती हैं,
उसकी आँखें हमें दुनिया भुला देती हैं,
आएगी आज भी वो सपने में यारो,
बस यही उम्मीद हमें रोज़ सुला देती हैं।

(58) उम्मीद की किरण के सिवा कुछ नहीं यहाँ,
इस घर में रौशनी का बस यही इंतज़ाम है।

(59) अब के उम्मीद के शोले से भी आँखें न जलीं,
जाने किस मोड़ पे ले आई मोहब्बत हमको।

(60) वो उम्मीद ना कर मुझसे जिसके मैं काबिल नहीं,
खुशियाँ मेरे नसीब में नहीं और यूँ बस,
दिल रखने के लिए मुस्कुराना भी वाज़िब नहीं।

(61) कटी हुई टहनिया कहा पर छाव देती हैं,
हद से ज्यादा उम्मीदें हमेशा घाव ही देती हैं।

(62) इतना भी मत रुठ मुझसे,
कि तुझे मनाने की उम्मीद ही खत्म हो जाए।

(63) दिल सा, दिल से, दिल के पास रहे तू,
बस यही उम्मीद है के खास रहे तू।

(64) मुझे दुश्मन से भी ख़ुद्दारी की उम्मीद रहती है,
किसी का भी हो सर क़दमों में अच्छा नहीं लगता।

(65) पता है मैं हमेशा खुश क्यों रहता हूँ?
क्योंकि मैं खुद के सिवा किसी से कोई उम्मीद नहीं रखता।

(66) सुना है हमने भी, उम्मीद पे जीता है जमाना,
क्या करे वो जिसकी कोई उम्मीद ही न हो।

(67) दरवेश इस उम्मीद में था, के कोई आँखें पढ़ लेगा,
भूल बैठा के अब ये ज़बान समझाता कौन है।

(68) तपती रेत पे दौड़ रहा है दरिया की उम्मीद लिए,
सदियों से इन्सान का अपने आपको छलना जारी है।

(69) करीब इतना रहो कि रिश्तों में प्यार रहे,
दूर भी इतना रहो कि आने का इंतज़ार रहे,
रखो उम्मीद रिश्तों के दरमियान इतनी,
कि टूट जाये उम्मीद मगर रिश्ते बरक़रार रहें।

(70) कच्ची मिट्टी का बना होता है उम्मीदों का घर,
ढह जाता है हकीकत की बरसात में अक्सर।

(71) उम्मीद न रखना किसी से सच्चे प्यार की,
बहुत प्यार से धोखा देते हैं, शिद्दत से चाहने वाले।

(72) इस दिल की उम्मीदों का हौसला तो देखो दोस्तो,
इंतज़ार भी उसका है जिसे मेरा एहसास तक नहीं।

(73) बुरे वक्त में किसी से कोई उम्मीद मत रखो,
क्योकिं समझौते शेर को भी कुत्ता बना देते हैं।

(74) चीर के जमीन को, मैं उम्मीद बोता हूँ,
मैं किसान हूँ, चैन से कहाँ सोता हूँ।

(75) उम्मीदों की आग जब हद से ज्यादा हो,
बुझती है, सिर्फ अश्कों की बारिश से।

(76) ज़्यादा उम्मीद मत लगा इंसान ही तो है,
थोड़ा फासला भी रख दुनिया ही तो है।

(77) उम्मीद खुद से रखो कभी औरों से नहीं,
यहां खुद के सिवा कोई किसी का नहीं।

(78) जब जब आपसे मिलने की उम्मीद नजर आई,
मेरे पैरों में जंजीर नजर आई,
गिर पड़े आंसू आंखों के,
और हर आंसू में आपकी तस्वीर नजर आई।

(79) दिल ने एक उम्मीद बरकरार रखी है ऐ दोस्तों,
कही पढ़ लिया था कि सच्ची मोहब्बत लौटकर आती है।

(80) बहुत चमक है उन आँखों में अब भी,
इंतज़ार नहीं बुझा पाया है उम्मीद की लौ।

यह भी पढ़ें:-

जिन्दगी से परेशान शायरी
श्री कृष्णा पर शायरी
कामयाबी शायरी
बेहतरीन शादी शायरी
जय श्री राम शायरी

आपको यह Unique Shayari in Hindi पोस्ट कैसी लगी अपने Comments के माध्यम से ज़रूर बताइयेगा। इसे अपने Facebook दोस्तों के साथ Share जरुर करे।

Leave a Comment