श्री कृष्णा पर शायरी, Kanha Shayari in Hindi

Kanha Shayari in Hindi – आपको इस पोस्ट में कुछ बेहतरीन श्री कृष्णा पर शायरी का संग्रह दिया गया हैं. इन सभी शायरी को आप जन्माष्टमी की शुभकामनाएं देने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं.

श्री कृष्ण को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता हैं. श्री कृष्ण भगवान का जन्म भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मध्यरात्रि के समय हुआ था. इस दिन को जन्माष्टमी के रूप में सिर्फ भारत ही नहीं पुरे विश्व में हर्षोल्लास से मनाया जाता हैं.

अब आइये यहाँ पर कुछ नीचे Kanha Shayari in Hindi में दिए गए हैं. इसे पढ़ते हैं. हमें उम्मीद हैं की यह सभी Bhagwan Shri Krishna Shayari in Hindi में आपको पसंद आयगी. इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरुर शेयर करें.

श्री कृष्णा पर शायरी, Kanha Shayari in Hindi

Kanha Shayari in Hindi

(1) नन्दलाल की मोहनी सूरत दिल में बसा रखे है,
अपने जीवन को उन्ही की भक्ति लगा रखे है,
एक बार बाँसुरी की मधुर तान सुना दे कान्हा,
एक छोटी से आस लगा रखे है।

(2) फूट चुकी है किरणे
सूरज की हो गई है भोर
ढूंढने लगी है राधा अपने
कान्हा को चारो और..!

(3) किसी की सूरत बदल गई किसी की नियत बदल गई,
जब से तूने पकड़ा मेरा हाथ, “राधे” मेरी तो किस्मत ही बदल गई.

(4) ए जन्नत अपनी औकात में रहना
हम तेरी जन्नत के मोहताज नही
हम श्री बांकेबिहारी के चरणों में रहते है
वहां तेरी भी कोई औकात नही

(5) छोड़ा सबका दामन हठयोग में तुम्हारे
मेरी साँसे उखड़ रही वियोग में तुम्हारे
लौट आओ मोहन किस बात पे अड़े हो
मूर्त बनकर बस मंदिर में क्यों खड़े हो

(6) बांके बिहारी का नाम लो सहारा मिलेगा,
ये जीवन न तुमको दुबारा मिलेगा,
डूब रही अगर कश्ती मझधार में,
कृष्णा के नाम से सहारा मिलेगा..

(7) गोकुल में जिसने किया निवास,
उसने गोपियों के संग रचा इतिहास,
देवकी-यशोदा जिनकी मैया,
ऐसे है हमारे कृष्ण कन्हैया

(8) माखन चोर नन्द किशोर,
बांधी जिसने प्रीत की डोर,
हरे कृष्ण हरे मुरारी,
पुजती जिन्हें दुनिया सारी,
आओ उनके गुण गाएं सब
मिल के जन्माष्टमी मनाये.

(9) प्रेम की भाषा बड़ी आसान होती हैं
राधा-कृष्ण की प्रेम कहानी ये पैगाम देती हैं

(10) राधा-राधा जपने से
हो जाएगा तेरा उद्धार
क्योंकि यही वो नाम है
जिससे कृष्ण को प्यार

Bhagwan Shri Krishna Shayari

Bhagwan Shri Krishna Shayari

(11) राधा के हृदय में श्री कृष्ण
राधा की साँसों में श्री कृष्ण
राधा में ही हैं श्री कृष्ण
इसीलिए दुनिया कहती हैं
राधे-कृष्ण राधे-कृष्ण

(12) बड़ी आस ले कर आया,
बरसाने में तुम्हारे कर दो क्षमा,
किशोरी जी अपराध मेरे सारे
सवारू में भी अपना जीवन
श्री राधा नाम जपते जपते…
प्रेम से बोलो श्री राधे.

(13) रूप बड़ा प्यारा है
चेहरा बड़ा निराला है
बड़ी से बड़ी मुसीबत को
कन्हैया ने
पल भर में हल कर डाला है

(14) मत रख अपने दिल में
इतनी नफरते ऐ इंसान,
जिस दिल में नफ़रत हो,
उस दिल में मेरा श्याम नहीं रहता.

(15) प्यार दो आत्माओं का मिलन होता है,
ठीक वैसे हीं जैसे…
प्यार में कृष्ण का नाम राधा
और राधा का नाम कृष्ण होता है.

(16) काश मैं कोई ऐसा जुर्म करू की सजा मिले हर्जाने में,
मेरा जीवन बीते वृंदावन में और मौत मिले बरसाने में।

(17) बांके बिहारी का नाम लो सहारा मिलेगा,
ये जीवन न तुमको दुबारा मिलेगा,
डूब रही अगर कश्ती मझधार में,
कृष्णा के नाम से सहारा मिलेगा।

(18) जब सुकून ना मिले दिखावे की बस्ती में,
तब खो जाना मेरे श्याम की मस्ती में।

(19) कन्हैया बस तेरी रहमत पर नाज करते है,
इन आंखो को जब तेरा दीदार हो जाता है,
मेरा तो हर दिन सांवरे त्योहार हो जाता है।

(20) अजीब नशा है, अजीब खुमारी है,
हमे कोई रोग नहीं बस,
जय श्री राधे कृष्णा, राधे कृष्णा बोलने बीमारी है।

Bhagwan Shri Krishna Shayari in Hindi

Bhagwan Shri Krishna Shayari in Hindi

(21) हे अर्जुन के सारथी मुझको भी ऐसा ज्ञान दो,
तेरे प्रेम की ज्योति को जलाये रखू, ऐसा वरदान दो।

(22) पता नहीं कैसे परखता है,
मेरा कृष्ण मुझे,
इम्तेहान भी मुश्किल ही लेता है,
और फेल भी होने नहीं देता।

(23) अभी तो बस इश्क़ हुआ है, कान्हा से,
मंजिल तो वृंदावन में ही मिलेगी।

(24) बहुत खूबसूरत है मेरे ख्यालों की दुनिया,
बस कृष्ण से शुरू और कृष्ण पर ही खत्म।

(25) तेरे सीने से लग कर तेरी धङकन बन जाऊँ,
तेरी साँसो मेँ घुल कर खुशबू बन जाऊँ,
हो ना फासला कोई हम दोनो के दर्मियां,
मैँ… मैँ ना रहुँ कान्हा.. बस तुँ ही तुँ बन जाऊँ।

(26) राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आएंगे,
एक बार आ गए तो कभी नहीं जायेंगे।

(27) दीवाने है तेरे नाम के इस बात से इंकार नहीं,
कैसे कहें कि तुमसे प्यार नहीं,
कुछ तो कसूर है आपकी आँखों का कन्हैया,
हम अकेले तो गुनाहगार नहीं।

(28) हे कान्हा, तुम संग बीते वक्त का मैं कोई हिसाब नहीं रखती,
मैं बस लम्हे जीती हूँ, इसके आगे कोई ख़्वाब नहीं रखती।

(29) दिल तुमसे लगा बैठे है,
प्रेम की राह पर सपने सजाएं बैठे है,
हर किसी ने तोड़े है सपने हमारे,
एक तू ही है कन्हैया जिससे हर उम्मीद लगाए बैठे है।

(30) गाय का माखन, यशोधा का दुलार,
ब्रह्माण्ड के सितारे कन्हैया का श्रृंगार,
सावन की बारिश और भादों की बहार,
नन्द के लाला को हमारा बार-बार नमस्कार।

श्री कृष्णा पर शायरी

(31) जग में कलयुग का हाहाकार है,
बंसी बजैया तेरे आने का इंतजार है।

(32) मुझको मालूम नहीं अगला जन्म है की नहीं,
ये जन्म प्यार में गुजरेये दुआ मांगी है,
और कुछ मुझे जमानेसे मिले या ना मिले,
ए मेरे कान्हा तेरी मोहब्बत ही सदा मांगी है।

(33) कर भरोसा राधे नाम का, धोखा कभी न खायेगा,
हर मौके पर कृष्ण, तेरे घर सबसे पहले आयेगा।

(34) श्याम तेरे मिलने का सत्संग ही बहाना है,
दुनिया वाले क्या जाने ये रिश्ता पुराना है।

(35) संगीत है श्रीकृष्ण, सुर है श्रीराधे,
शहद है श्रीकृष्ण, मिठास है श्रीराधे,
पूर्ण है श्रीकृष्ण, परिपूर्ण है श्रीराधे,
आदि है श्रीकृष्ण, अनंत है श्रीराधे।

(36) जो है माखन चोर, जो है मुरली वाला,
वही है हम सबके दुःख दूर करने वाला।

(37) उन्होंने नस देखि हमारी और बीमार लिख दिया,
रोग हमने पूछा तो वृंदावन से प्यार लिख दिया,
कर्जदार रहेगे उम्र भर हम उस वैद के जिसने दवा में,
श्री राधे कृष्ण नाम लिख दिया।

(38) अब तो आँखों से भी जलन होती है मुझे ए कान्हा,
खुली हो तो तलाश तेरी और बंद हो तो ख्वाब तेरे।

(39) मेरे दिल की दीवारों पर श्याम तुम्हारी छवि हो,
मेरे नैनो की पलकों में कान्हा तस्वीर तेरी हो,
बस और न मांगू तुझसे मेरे गिरधर,
तुझे हर पल देखू मेरे कन्हैया ऐसी तकदीर हो मेरी।

(40) गोकुल मैं है जिनका वास, गोपियो संग करे निवास,
देवकी यशोदा है जिनकी मैया, ऐसे है हमारे कृष्ण कन्हैया।

Kanha Shayari in Hindi

(41) कन्हैया दिल में है याद तेरी, होठों पे नाम तेरा,
मेरे दिल में बसने वाले, तेरे चरणों में प्रणाम मेरा।

(42) दे के दर्शन कर दो पूरी प्रभु मेरे मन की तृष्णा,
कब तक तेरी राह निहारूं, अब तो आओ कृष्णा।

(43) वैकुंठ में भी ना मिले जो वो सुख,
कान्हा तेरे वृंदावन धाम में है,
कितनी भी बड़ी विपदा हो चाहे,
समाधान तो बस श्री राधे तेरे नाम में है।

(44) तू समझ ये बंदे, प्रभु तुझसे दूर नहीं,
भक्तों को कष्ट मिले, ये हमारे कान्हा को मंजूर नहीं।

(45) पलकें झुकें और नमन हो जाए,
मस्तक झुके और बंदन हो जाए,
ऐसी नजर कहाँ से लाऊँ मेरे कान्हा,
कि आपको याद करूँ और दर्शन हो जाए।

(46) दौलत छोड़ी शोहरत छोड़ी सारा खजाना छोड़ दिया,
कृष्णा के प्रेम दीवानों ने सारा जमाना छोड़ दिया।

(47) साँवरे को दिल में बसा कर तो देखो,
दुनिया से मन को हटा के देखो,
बड़े ही दयालु हैं बाँके बिहारी,
एक बार चौखट पे दामन फैला कर तो देखो।

(48) श्याम तेरे चरणों की
मैं धूल बन जाऊं तेरी भक्ति
में ही दिन-रात लीन हो जाऊं..!

(49) तेरे इश्क में कान्हा मैं
दीवानी हो जाऊं तेरे
दिल की धड़कन छू
तेरी सांसों में बस जाऊं..!

(50) गोकुल में कान्हा
की बंसी बजी है
गोपियों के दिल में
प्रेम की रीत जगी है..!

(51) राधा की मोहब्बत के
बिना कान्हा अधूरे है
राधा की मोहब्बत
से ही श्याम पूरे है..!

(52) तेरी मोहब्बत में कान्हा
मैं हद से गुजर जाऊं
तेरे दिल में बस कर मैं
हमेशा के लिए तेरी हो जाऊं..!

(53) हाल ना पूछो मोहन का
सब कुछ राधे-राधे है
राधा के दिल में बसे
गोकुल के नंदलाल प्यारे है..!

(54) हे श्याम बस तेरा ही सहारा है
वरना इस दुनिया में कौन हमारा है..!

(55) तुम्हारे बिना मैं अपने गीत
मैं सुरताल ना ला पाऊंगा
राधा तुम ना आई तो मैं आज
बांसुरी ना बजा पाऊंगा..!

(56) बाजार के रंगो में रंगने की मुझे जरुरत नही,
मेरे कान्हा की याद आते ही ये चेहरा गुलाबी हो जाता है.

(57) प्यार मे कितनी बाधा देखी,
फिर भी कृष्ण के साथ राधा देखी.

(58) गोकुल मैं हैं जिनका वास, गोपियो संग करे निवास.
देवकी यशोदा हैं जिनकी मैया, ऐसे हैं हमारे कृष्ण कन्हैया.

(59) जो है माखन चोर, जो है मुरली वाला,
वही है हम सबके दुःख दूर करने वाला.

(60) मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है,
करते हो तुम कन्हैया मेरा नाम हो रहा है.
जय श्री कृष्णा राधे राधे

(61) मटकी तोड़े, माखन खाए फिर भी सबके मन को भाये,
राधा के वो प्यारे मोहन,महिमा उनकी दुनिया गाये.

(62) मत रख अपने दिल में इतनी नफरते ऐ इंसान,
जिस दिल में नफ़रत हो उस दिल में मेरा श्याम नहीं रहता .

(63) वो दिन कभी न आए,
हद से ज्यादा गरूर हो जाये,
बस इतना झुका कर रखना
“मेरे कन्हैया”
की हर दिल दुआ देने को मजबूर हो जाये

(64) अधुरा हैं मेरा इश्क तेरे नाम के बिना
जैसे अधूरी हैं राधा श्याम के बिना

(65) यदि प्रेम का मतलब सिर्फ पा लेना होता
तो हर हृदय में राधा-कृष्ण का नाम नही होता

(66) प्रेम के दो मीठे बोल बोलकर खरीद लो हमें,
कीमत से सोचोगे तो पूरी दुनिया बेचनी पडेगी.

(67) राधा की चाहत है कृष्ण
उसके दिल की विरासत है कृष्ण
चाहे कितना भी रास रचा ले कृष्ण
दुनिया तो फिर भी यही कहती है
राधे कृष्ण राधे कृष्ण

(68) वृंदावन की हवा,
जरा अपना रुख हमारी तरफ भी मोड दे,
इस वीरान दिल मे राधा नाम की मस्ती छोड दे…
उड़ जाये माया की मिट्टी और दीदार हो सांवरे का,
ऐसी प्रीत हमारी राधा नाम से जोड़ दे…
जय श्री राधे…

(69) जहाँ बेचैन को चैन मिले वो घर तेरा वृन्दावन है…
जहां आत्मा को परमात्मा मिले वो दर तेरा वृन्दावन है….
मेरी रूह तो प्यासी थी, प्यासी है तेरे लिए सावरिया….
जहां इस रूह को जन्नत मिले वो स्थान ही मेरा श्री वृन्दावन है

(70) अजीब नशा है, अजीब खुमारी है,
हमे कोई रोग नहीं बस,
जय श्री राधे कृष्णा, राधे कृष्णा बोलने बीमारी है….

(71) राधा कृष्ण का मिलन तो बस एक बहाना था
दुनिया को प्यार का सही मतलब जो समझाना था

(72) हम भी तेरी मोहनी मूरत दिल में छिपाये बैठे है
तेरी सुन्दर सी छवि आँखों में बसाये बैठे है
इक बार बांसुरी की मधुर तान सुनादे कान्हा
हम भी एक छोटी सी आस जगाये बैठे है

(73) हर पल, हर दिन कहता है कान्हा का मन
तू कर ले पल-पल राधा का सुमिरन

(74) तेरे सीने से लग कर तेरी धङकन बन जाऊँ
तेरी साँसो मेँ घुल कर खुशबू बन जाऊँ
हो न फासला कोई हम दोनो के दरम्याँ
मैँ …मैँ न रहुँ साँवरे.. बस तुँ ही तुँ बन जाऊँ

(75) मेरे दिल की दीवारों पर श्याम तुम्हारी छवि हो,
मेरे नैनो की पलकों में कान्हा तस्वीर तेरी हो,
बस और न मांगू तुझसे मेरे गिरधर…
तुझे हर पल देखू मेरे कन्हैया ऐसी तकदीर हो….

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